परिवार का सारे कर्च उठाते, चेहरे पर मुस्कान सजाते दर्द-पीड़ा वो सब सह जाते, कौन पापा, मेरे पापा, पापा, मेरे पापा|| अधूरी रहे न हम सब की ख़्वाहिश, मेहनत वो दिन-रात है करते थके-हारे घर पर आते, कौन पापा, मेरे पापा, पापा, मेरे पापा|| अपनी परवाह कभी न करते, समस्याओं से, रोज गुजरते खुशियाँ में हमारी कमी न लाते, कौन पापा, मेरे पापा, पापा, मेरे पापा|| शौक पूरे होते, उन्ही के धन से, वरना, खर्चे पूरे न होते गम, चुपके से सह सब जाते, कौन पापा, मेरे पापा, पापा, मेरे पापा|| कुम्हारे के जैसा व्यक्तित्व उनका, कोमल, कठोर सा हृदय रखते उज्ज्वल भविष्य जो कामना करते, कौन पापा, मेरे पापा, पापा, मेरे पापा|| उनके राज में, सब मौज मनाते, दुख-दर्द कभी भी छु न पाते ढाल बन तैयार खड़े वो, कौन पापा, मेरे पापा, पापा, मेरे पापा|| दुनियाँ उनके बिन अधूरी, प्यारे-सच्चे दोस्त हमारे सब इच्छा, तमन्ना पूरी करते, कौन पापा, मेरे पापा, पापा मेरे पापा|| अकड़-आँख न उन्हे दिखाऊँ, उनके लिए सब दांव लगाऊँ चिंता फिक्र जो सबकी करते, कौन पापा, मेरे पापा, पापा मेरे पापा|| Written by फूल सिंह