"अंतिम मुलाकात " (कविता)
आपको खोने या ना होने का ग़म तो है मुझे, जाने से पहले तो एक मुलाकात जरूरी थी । आपके सारे सपने अब मेरी अमानत है, बस उन सपनों के बारे में एक बात जरूरी थी । आपके पास कुछ मजबूरी तो रही होगी, वहां जाने की, फिर भी मुझे तो बतानी जरूरी थी । मै मानता हूं कि, अंतिम समय में अकेले से हो गए थे आप, फिर भी मै ये सोचता था कि, मेरी साथ तो जरूरी थी । मुझे पता था कि, हमेशा आपको लोगो ने इस्तेमाल किया, ये बात कितनी बार बोल चुका था, लेकिन इस बात को समझनी जरूरी थी । मै हमेशा सोचता था कि, मै रहूं या ना रहूं घर पर आप तो है न, इस बात को तो समझनी जरूरी थी । Written by #atsyogi