"आओ घर - घर ऑक्सीजन लगाएँ"(लेख)
आओ घर - घर ऑक्सीजन लगाएँ आज चारों ओर अफरा-तफरी है , ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत का तांडव चल रहा है । हर इन्सान अपने शरीर के ऑक्सीजन स्तर की नियमित जाँच कर रहा है, कहीं कमी तो नहीं? यह दोषारोपण का वक्त नहीं बल्कि सबक लेने और संकल्प उठाने का वक्त है । बातें सिर्फ किस्से - कहानी और किताबी ज्ञान तक सीमित न होकर वास्तविकता में होना जरूरी है । कर्मों का फल ही वापस लौटकर आता है यह हम सभी जानते हैं, तो विचार क्यों नहीं करते कि आज कुछ ऐसे कर्म करें जिससे आने वाला कल सुरक्षित हो जाए । बच्चों को अब किताबी नहीं व्यवहारिक ज्ञान हर घर में अपने परिजनों से प्राप्त होना चाहिए जो है 'बागवानी ' की शिक्षा । आइए संकल्प लें घर-घर में बगिया का स्थान बनाएँगे । इससे बिल्कुल फर्क नहीं पड़ता कि आपका घर कितना बड़ा है या कितना छोटा । आपका इरादा कितना बड़ा है यह विचारणीय है । अब तो बस यह अनिवार्य हो कि पौधे तो लगाने हैं हर हाल में । पेड़ - पौधों को अपने परिवार का हिस्सा बनाइए, इनकी देखभाल कीजिए । इसी तरह आप प्रकृति माँ की सेवा कर सकते हैं अन्य कोई मार्ग नहीं । ध्यान रहे प्रकृति बरसों से हमें प्राणवायु मुफ