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"पिता"(कविता)

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घर का मुखिया  होता है पिता।  घर परिवार का होता है रचयिता।। ये घर के बोझ को कम  करते है सारा दुख  के समय में ढाल  बनके परिवार  को देते हैं सहारा।। ये बाहर  से लगते  हैं  सख्त  लेकिन  अंदर  से हैं नरम।  अपने बच्चों पे जब मुसीबत  आती है तो सबसे पहले लगाते हैं मरहम। । अपने घर परिवार के खातिर खुद  की  इच्छाओं  को करते है कुर्बान।  कम है जीवन  मे इनकी जितना भी करे गुणगान। । मां देती है संस्कार।  तो पिता  सिखाते हैं क्या है जीवन  का आधार। । ये घर-परिवार  के प्रति  रहते हैं ईमानदार।  हर पल दुआ  करते हैं सदा हरा रहे मेरा परिवार। । ये जीवन  के बगिया की रक्षा करते हैं बनके माली। ये अपने बच्चों  के जीवन  में लाते हैं  सदा खुशहाली। ।  पिता अपने बच्चों के जीवन  को करते हैं  रोशन।  पिता की आशीर्वाद  से ही बच्चों का सफल  होता है जीवन। । बच्चों को ये देते हैं जीवन मे ज्ञान। परिवार  की रखते है सदा मान।। पिता ईमानदारी से करते हैं अपना काम  पिता के चरणों  मे मेरा सत् सत्  प्रणाम। । Written by  यज्ञसेनी साहू

"प्रकृति ,पर्यावरण और पौधे"(कविता)

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ये पेड़ पौधे हमारे । प्रकृति की गोद में पलते हैं सारे।। प्रकृति है पेड़ पौधों की मां। पेड़ पौधों से ही मानव को मिलती है खुशियां।।  पेड़ पौधे सदा थामे हुए प्रकृति का दामन।  इनको देखकर मन हो जाता है पावन ।। पेड़ पौधों के कारण हमें शुद्ध हवा मिलती है। इनको सही पानी मिले तो यह खिलती है।। पेड़ पौधे जीवन को देते हैं मुस्कान। सदा हरा भरा रहे प्रकृति का खेत खलिहान।। हे मानव तुम इसे सूखने ना देना।  प्रकृति है अधूरी इनके बिना ।। पौधों का मत करो शोषण। पर्यावरण का सदा करो पोषण।। पेड़ पौधे से हैं प्रकृति में हरियाली । इनमें पानी डालकर सदा करें इन की रखवाली।।  इन्हें सही पोषण मिले तो हरा भरा रहता है हर पत्ता डाली।  हे मानव इनमें तुम पानी डालना बनके माली।। पेड़ पौधे लगाए सुरक्षित रखे वातावरण । सदा सुरक्षित रहेगा  प्रकृति का पर्यावरण।। Written by  यज्ञसेनी साहू

"वक्त की मार"(कविता)

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ये कैसे चली जीवन  में  वक्त की मार ।  मन मे मजबूत विश्वास रखना,  बुरा वक्त  भी जायेगा हार ।। ये बात नही है छोटी , मजदूरों  की गई रोजी  रोटी , किसान  हो या छोटे बड़े  दुकान , व्यापारी हो या कोई कामगार  इन्सान,   हर किसी पर चलाई इस कोरोना ने,  अपनी दोधारी  तलवार । ये कैसे चली जीवन मे वक्त की मार। मन में मजबूत विश्वास रखना, बुरा वक्त भी जायेगा हार ।। एक बात है सच्ची, एक बात हुई  है  अच्छी , घर मे सब ने मिल  के  एक  दूसरे का हाथ बटाया , खाने की मेज पर  सबने मिल कर  खाना खाया, वक्त ने सिखाया क्या होता है प्यार । ये कैसे चली जीवन  में वक्त की मार । मन मे मजबूत विश्वास  रखना,  बुरा वक्त जायेगा हार। किसी ने अपनो  को खोया  किसी ने गम में रातभर  भर नहीं सोया , बंद हो गया काशी गंगा और  गया , भगवान  के दर्शन  का तरीका  निकला नया, ये  वक्त ने दिया जीवन  को कैसी दुख  का प्रहार ,   ये कैसे चली जीवन मे वक्त की मार। मन मे मजबूत विश्वास रखना,  बुरा भी जायेगा हार।। पुलिस  डाक्टर  नर्स  सफाई कर्मचारी, धन्य  है हमारे  ये कर्मवीर । जो  हमारी सुरक्षा के लिए,  बाहर  सह रहे है पीर । ये  हमारी रक्षा करने के लिए

"जीने की राह"(कविता)

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 जीवन जिन्दादिली का नाम  है, इस जीवन मे करना अच्छा काम है।। अगर जीवन मे बुलन्द हौसले हो, उसे ही मिलता मुकाम  है। जीवन जिन्दादिली का नाम है, इस जीवन  में करना अच्छा काम है।। जो दुख मे संयम रखे वही सही इन्सान है। सही काम कर के जो मिलती खुशी , वही पे भगवान  है।। जीवन जिन्दादिली का नाम है, इस जीवन  में करना अच्छा काम है।। अच्छाई के बगिया मे रहती , खुशियों की जान है। इन्सान अगर सही रास्ते पर चले, तो बढ़ती उसकी शान है।। जीवन जिन्दादिली का नाम है, इस जीवन  में करना अच्छा काम है।। जीवन मे कोई चुक हो जाए , तो इन्सान हो जाता बदनाम है। जो झूठ को करे तिरस्कार , वहीं सच्चाई  होती मेहरबान है।। जीवन जिन्दादिली का नाम है, इस जीवन  में करना अच्छा काम है।। इस दुनिया में हर इन्सान , मां की देन और उसकी जान है। मां की सिख से ही इन्सान , जग में बनता महान है। सच की राह अपनाए  , मां देती यही  पैगाम है।। जीवन जिन्दादिली का नाम है , इस जीवन  में करना अच्छा काम है।। Written by यज्ञसेनी साहू