"मिलने आना"(कविता)

आख़री  बार   मिलने   आना।

लाल जोड़ा  पहन  कर आना।


हमारे   दिए  हुए  तौफे  लिखें

हुए   खत    साथ   ले  आना। 


गले   लगाकर  आखरी   बार 

तुम   आँसू  पोछने तो आना।


हाथों   की  लकीरों    से  तुम

अपना    नाम  मिटाने  आना।


दिल   में  तुम   सुलगती   हुई 

आग  को  ठंडा  करनें  आना।


आखरी   बार  हक  जता कर 

हमें   अलविदा  कहने  आना।


आज मौका है मिलने का कल

तुम कब्र पर फूल चढ़ाने आना।

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