"सौदागर कौन है"(कविता)

 वकीलों के पेट पर लात मार रहा कौन है

सरेआम जज खरीद रहा कौन है।


बिकने वालों की मंडी सज रही

खरीदने वाला साहूकार कौन है।


जिसे देखो अखबारों की सुर्खियों में है

शाम तक रद्दियों में बिक रहा कौन है।


जमीर थोक में बिक रहा सरेआम

इसका भाव घटाने वाला कौन है।


लाशो की भी बोली लग रही अब तो

शहरो-शहर यह सौदागर कौन है

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