"संसार में पर्यावरण"(कविता)
संसार के आवरण में पर्यावरण का महत्व है।
जैसे ठोस ,द्रव गैस और पानी का महत्व है।
संसार मे पर्यावरण को सदा शुद्ध बनायेंगे।
गांव, मुहल्ले, शहर, कशबे मे ज्यादा वृक्ष लगाएंगे
संसार एक परिवार है कुछ नया सिख सिखाएंगे
दूध और पानी के मेल जैसा,जीवन के अशुद्धियां
दूर हो जाऐंगे।
रोटी, कपड़ा,मकान हवा जीवन के प्रथम ईकाई है
इसका तो कोई और नही मानव ही उपजाऊॅ है ।
आऔ मिल कर प्रण करें वायुमंडल को शुद्ध बनायेंगे
इसके विघटनकारी को हम स्वेच्छा से समझाएंगे ।
शहर बसाने के चक्कर मे जल जंगल का विनाश हुआ।
जब साॅसो का घुटन हुआ मानव में जीवन त्राहि-त्राहि हुआ।
जागो समाजिक सेवी जागो,वायुमंडल का दम घुटता है।
जल ,जमीन जंगल का नाश हुआ, इस लिए मानव
का दम घुटता है।
Written by अली अंसारी
आप के पुरी टीम को दिल से शुक्रिया
ReplyDeleteहौसला देने के लिए।
आप के पुरी टीम को दिल से शुक्रिया
ReplyDeleteहौसला देने के लिए।