"फिर भी तुमसे प्यार है"(कविता)
तुम रात को देर से आते हो,न कुछ खाते हो, न पीते हो--
फिर भी तुमसे प्यार है--
शराबभी तुम पीते हो,
पर जीवो का भक्षण करते हो ,परवाह जरा न करते हो------
फिर भी तुमसे प्यार है----
फोन पर ही बातें होती हैं,
गैरों से बतियाते हो,
बीबी बच्चों से न बतियाते हो
फिर भी तुमसे प्यार है----
अपने मन की करते हो ,अपनी ही गुनते हो,
किसी और की न सुनते हो
फिर भी तुमसे प्यार है
Written by कुमकुम गंगवार
superb... nice...
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