"धुम्रपान की लत छोड़ो"(कविता)

नशा  जो  थोड़ी  देर के लिएँ  है मजा

लत पड गई नशे की तो है एक  सजा


आजकल  नशा  आकर्षक का केंद्र

  बन चुका  है।  टीनएजर्स  तो  ठीक

आजकल  बच्चे  भी  खैनी  गुटखा, 

  सिगरेट, के  गुलाम  हो रहें  है  बुरी 

संगत  का  नतीजा  है जो  आपकों

  जान-लेवा  कैंसर  जैसी  बीमारियों, 

तक घसीट कर ले जाता है आपको

  पता है कैंसर से पीड़ित सलोगों की 

गिनति  हर साल  अधिक  होती जा

  रही है  एक  साल  में करिबन आठ

लाख लोगो  से  ज़िया दा मौते होती 

  हैं  कैंसर,  जैसी  बीमारियों  से  हमें 

बचने के  लिए  खुद को  दूर  रखना

  होगा बुरी आदतों  खुद  को  बचाना 

होगा  क्योंकि,   हमारा   स्वास्थ्य है 

  बड़ा  अनमोल  आपको   दो  रूपए 

की  खैनी  गुटका  अंत  मे  आपको 

  लाखों रुपए में  पड़ेगी जीवन बचाने

के लिए धुम्रपान करना छोडो अच्छे

  स्वास्थ्य से  जीवन का  नाता  जोड़ो

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