"कच्ची डोर तू संभाल"(लेख)

कच्ची डोर तू संभाल

"रिश्ते "ये  शब्द हम सब के जीवन में बड़ा हम हैं मगर उन रिश्तो की डोर कच्ची होती जा रही है शायद चाइना की बनती जा रही है जो  सुंदर है मगर मजबूत नहीं कोई गारंटी नहीं कुछ दिनों पहले आई सगाई की मिठाई भी खत्म ही नहीं हुई कि सुनने में आया सगाई टूट गई कारण जो भी हो आजकल लोगों ने रिश्तो का मजाक बना दिया है हम सब के आसपास न जाने कितने रिश्ते हमने टूटते देखे और सुने होंगे

सोशल मीडिया में बातें इतनी आम होने लगी है कि लोग कहते हैं हमें तो FB में देखा कि सगाई हुई या बच्चा हुआ क्योंकि लोग आपस में मिलते ही नहीं सिर्फ फोन से ही रिश्ते चल रहे हैं और फोन के कारण  रिश्ते टूट भी रहे हैं कुछ ऐसा ही रितु के साथ हुआ उसकी सगाई अरविंद से हुई और रितु की स्कूल फ्रेंड कंचन अरविंद के शहर की थी उसने रितु की फोटो जब FB में देखी तो बधाई दी मगर कुछ दिन बाद उसने रितु को अरविंद के स्कूल अफेयर के बारे में बताया  लेकिन अरविंद स्कूल के बाद पढ़ाई के लिए बाहर चला गया था और एक बैंक मैनेजर व समझदार लड़का था लेकिन रितु को जब से पता चला और बात बात मे उसे कहती जबकि अरविंद बताता कि मैं सालों से उससे कोई बात नहीं हुई रितु मानने को तैयार नहीं थी रितु और अरविंद की रोज लड़ाई  होने लगी आेर एक दिन लड़ाई से तंग आकर अरविंद ने रिश्ता तोड़ दिया और रितु को अपनी गलती का एहसास हुआ मगर रिश्तो में बड़ी खटास आ चुकी थी

कई बार लोग रिश्ते जोड़ने के लिए झूठ का सहारा भी लेते हैं और जिस रिश्ते की नीव कमजोर हो  वह रिश्ता कहां टिक पाता है कुछ ऐसा ही अजय के पापा ने किया उसकी सगाई सौम्या से हुई मगर अजय को मिर्गी की बीमारी थी यह बात अजय के परिवार ने छूपाई और कुछ महीनों बाद यह बात सौम्या को पता चली वह हैरान हो गई थी वह पिछले तीन महीनों से अजय से लगातार बात करती थी उसे हर बात बताती  कुछ समय बाद उनकी शादी होने वाली थी सौम्या को बीमारी का तो दुख था मगर उससे ज्यादा  इस बात का दुख हुआ कि अजय ने झूठ बोला बीमारी तो ठीक हो जाती है मगर विश्वास की नींव तो कमजोर हो जाती है उसके रिश्ते में एक  गाठ आ गई जिससे अजय की फैमिली बहुत शर्मिंदा होना पडा़


कई बार फैमिली वाले समाज वाले क्या कहेंगे या हमारी बदनामी ना हो से बचने के लिए भी रिश्तो को जबरदस्ती जोड़ते हैं जैसे संजय ने अपनी सगाई से पहले बहुत बार मम्मी पापा को कहा मुझे लड़की पसंद नही और सगाई के बाद भी वह कई बार अपनी मम्मी को कहता रहा और घरवाले बदनामी के डर से कहने लगे अगर तुमने शादी नहीं की तो हम आत्महत्या कर लेंगे  इसलिए संजय को शादी करनी पड़ी  और शादी के कुछ दिनों बाद ही घर वालों को संजय की बात सही लगने मगर कुछ दिनों बाद पता चला लड़की कुछ अजीब है उससे बात करने का तरीका ही अलग है आखिर घर वालों को भी अपनी गलती का एहसास हुआ और तब तक शादी हो चुकी थी और तलाक की नौबत आ गई रिश्ते बड़े नाजुक होते हैं उन्हें हमेशा संभालना पड़ता है ताकि आए आप हमेशा खुश रहे  आप रिश्तो को हमेशा हरा-भरा रखना चाहते हैं  तो इन बातों का ध्यान दें

1) बिना मांगे सलाह ना दे

2) छोटी-छोटी बातों का बतंगड नहीं बनाएलोगों को माफ करना सीख

3)घर के झगड़े सास बह,पति-पत्नी की बातें घर से बाहर नहीं फैलाए

4) हमेशा नए रिश्ते सच कहकर जोड़े

5) हमेशा कही सुनी बातों में आकर निर्णय ना लें

6) नए रिश्तो को मजबूत होने के लिए टाइम दें ज्यादा उम्मीद ना करें

7) हर लड़की या लड़का अलग माहौल में रहते हैं उन्हें हमेशा नए लोगों से एडजस्ट होने के लिए समय दे मदद करें रीति रिवाजों से अवगत कराएं ना कि लोगों के बीच में शर्मिंदा करें और ना ही बात बाद में ताने दे

8)कभी भी गुस्से में आकर कोई निर्णय ना लें |

Written by ट्विंकल आडवाणी

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