"मनमोहक"(हाईकू)

मन केक्टस

क्यारी बड़ी न्यारी

उगे हैं शूल


मनमोहक

वो चांद वो सितारे

लगा ग्रहण


बसंती हवा

फूले पलाश वन

जले है मन


बहती नदी

गरजते बादल

बरसे कहीं

Written by अनुपमा सोलंकी

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