कोरोना
ईस्वर तुम लीला,
करो"ना, करो"ना,
मनुष्य की लीला,
कोरोना,कोरोना,
नानक,मोहम्मद, ईशा,
राम की लीला,
अब प्रभु तुम लीला,
करो"ना, करो"ना,
सकल जगत रचना,
फिर प्रभु,करो"ना, करो"ना,
भातिं-भातिं मनुष्य यहाँ,
प्रभु तुम ही एक,
करो"ना, करो"ना,
बना मनुष्य भगवान यहाँ,
फिर भगवान, मनुष्य ,
करो"ना, करो"ना,
लोभ,छल,कपट,करना,
अब बंद, करो"ना, करो"ना,
मनुष्य के तन में रहकर,
हर कार्य, करो"ना, करो"ना,
हे कलयुग के भगवान कल्कि,
अब अवतार, करो"ना,करो"ना,,,,,,,,,,,
बेहतरीन रचना ।
ReplyDeletesuperb.....
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