कोरोना कहर- वकीलों पर

हर तरफ हवाओं में अजब सनसनी है

वकीलों  से कोरोना की ज्यादा ठनी है


ये गली बाजार में खड़ा  सिंघाड़ रहा है

ज्यादा वकीलों का धंधा बिगाड़ रहा है

एक साल से  ना हत्या ,लूट, बलात्कार

ना चोरी,डकैती,धोखा,अपहरण,प्रहार

लोग घरों में रहते है,घरों में  ही सोते हैं

यारो नये मुकदमें भी दर्ज नहीं  होते हैं

भूलकर  झगड़े  प्रेम के बीच  बो रहे हैं

अब तो  एक्सीडेंट तक  नहीं  हो रहे हैं

क्या  क्लेम करेंगे,किसको  ब्लेम करेंगे

किसको जेल करेंगे,किसकी बेल करेंगे

जर जमीन और जोरू यह सब माया है

कोरोना से ये  सबकी समझ में आया है

खौप पसरा है यहां, दिशाएं  अनमनी है

हर  तरफ हवाओं में अजब  सनसनी है


वो क्या दिन थे लोग वकीलों से डरते थे

जबरदस्ती  उनकी  दोनों  जेबे  भरते थे

कचहरी में उनकी धांसू  धाक पड़ती थी

जब चलते थे तो  धरती तक हिलती थी

बड़े-बड़े मुकदमे जिसने  शान से लड़े हैं

आज  निष्प्राण  हो  घर में  ओंधें  पड़े हैं

जिन्हें सभी प्रबुद्ध बुद्धिजीवी बता रहे हैं

अभी घर में झाड़ू बर्तन पोछा लगा रहे हैं

सभी जेब खाली है घर में ना मनी मनी है

हर  तरफ  हवाओं  में  अजब सनसनी है


वकीलों को अब पूराआराम ही आराम है

कोरोना काल में वकीलों का क्या काम है

यहां तक ही  होता  तो हम सब सह जाते

दुर्दिन बीतेंगे ऐसा  सबसे  हम  कह  जाते

इसने  हमारा  वर्तमान  पूरा  खराब किया

हम  सबका  भविष्य  तक   बिगाड़  दिया

अब तो  लोग  लुगाई   सभी  नेक  हो गए

जो लड़ा  करते  थे  कोर्ट  में, एक  हो गए

लॉकडाउन  ने जीने के सारे  गुर बता दिए

पतियों को  घर के सारे काम  सिखा  दिए

जब पति ऐसे  ही घर  के सारे काम करेगा

पत्नियों  की   मार  से  इसी  प्रकार  डरेगा

ना  जाने  कब  कौन जिएगा, कौन  मरेगा

ऐसे  हालात  में भला कौन  विवाद करेगा

माहौल सीरियस हैं मगर  हालात  फनी है

हर  तरफ  हवाओं  में अजब  सनसनी  है


फरीक आसानी  से पेशी पर आएंगे नही

आ जायेंगे तो पैसे  साथ में  लाएंगे  नहीं

अजब  हाल हो  गए हैं  अब तो  मेरे यार

बाहर  कोरोना  की,घर में  पत्नि की मार

अब तो वकीलों का जीना दुश्वार हो गया

पत्नीयों  का डर  सर  पर  सवार हो गया

हाय  रे  कोरोना  तेरा   सत्यानाश   जाए

तू मरे और फिर विवादों का मौसम आए

निराश ना होना  तुम ये  समय का फेर है

वकील बाबू  यहां  अंधेर  नहीं  है  देर  है

समय बदलेगा, मनुष्य  जल्दी  भुलता है

तुरंत माया के जाल में शौक से झूलता है

रामराज्य तो  कोरी कल्पना  व विचार हैं

आदमी अपनी आदतों से खुब लाचार हैं

फिर  देखना  आदमी  आदमी  से लड़ेगा

पैसा  व पावर  के लिए  आपस में मरेगा

कोरोना  नहीं टिकेगा तू मेड इन चीनी हैं


हर तरफ  हवाओं  में अजब  सनसनी है

कोरोना की वकीलों से ज्यादा ही ठनी है

Comments

  1. बहुत खूब , वकीलों की वकालत की जा रही है । वैसे बेहतरीन प्रस्तुति है ।

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