"नारी"(दोहे)
नारी ऐसा मंत्र है, सिद्ध करे सो सिद्ध,
नारी के कारण यहाँ, होते सभी प्रसिद्ध।
नारी से नर है सभी, नारी से भगवान,
नारी के कारण यहाँ, जीवित हर इंसान।
सुन्दर-सुन्दर लाल सब, पाले अपने हाँथ,
बदले में उसको मिली, आँसुन की सौगात।
नारी से ना-री कहें, करें खूब आघात,
कितने दुःख है झेलती, हिन्द में नारी जात।
Written by डा० अरुण नागर
Namaskar 🙏 sir... Bahut achhe dohe hai...
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