"प्यार कर के बताया जाय"(कविता)
प्यार वो नहीं जो कह के बताया जाय!
आओ जुदाई को सह के दिखाया जाय!!
हुए बदनाम बहुत, इस बेदर्द जमाने में!
जमाने बीत जाएंगे कई, ये आबरू पाने में!!
दुनिया साली जाए भांड में, तू है सही दिल जानता है मेरा!
दुनिया के सवालों को, जिरह कर के बताया जाय!!
आओ जुदाई को सह के दिखाया जाय!!
बाकूत का कोई नाम नहीं, है सुनना हमारा काम नहीं!
पाक बहुत है हमारा रिश्ता, है कोई बदनाम नहीं!!
आज खामोशियों से हीं बोल जाएंगे बहुत कुछ!
नज़रों के जुबाँ से, कुछ कह के बताया जाय!!
आओ जुदाई को सह के दिखाया जाय!!
गलती हमारी नहीं, है कुछ बदनाम दीवानों की!
मतलब हीं बदल दिए है साले, इश्क़ के फ़साने की!!
प्यार में अक्सर पार कर जाते हैं, दरमियां सभी!
हम-तुम इस बंदिश-ए-हद्द में रह के दिखाया जाय!!
आओ जुदाई को सह के दिखाया जाय!!
प्यार वो नहीं जो कह के बताया जाय!
आओ जुदाई को सह के दिखाया जाय!!
Written by #शायर_मनु_बिहारी
प्यार कर के बताया जाय.... purana pyar yad dila diya bhai...
ReplyDeleteशुक्रिया भईया
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