शायरी

पत्थर नहीं हूं मैं मुझमें भी नमी है,

दर्द बयां नहीं करता बस इतनी सी कमी है ।

।।1।।


मत बनाओ गुमानो का महल,

दीवारे काटने को दौड़ेगी,

यकी नहीं तो खँडहरो से पूछो,

तजुरबे-ए-हालत सब कुछ बया कर देगी।  

।।2।।

#atsyogi

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