"माँ"(कविता)
मेरी मां प्यारी मां न्यारी माँ माँ आपने मुझे जन्म दिया आपका मुझ पर उपकार है । माँ आपने मुझे बचाया सबसे आपका धन्यवाद है । मेरी माँ प्यारी माँ आपने लूटा दी हर खुशी मेरी हर उस मुस्कुराहट पर । हर मुसीबतों से लड़ना सिखाया आपका मुझ पर उपकार है । मेरी माँ प्यारी माँ माँ ने कहा जुट कर करना मुसीबतों का सामना । कभी ना हार मानना न हटना तुम कभी पीछे । माँ मेरी माँ प्यारी माँ मेरी एक मुस्कुराहट बन जाए माँ की जिंदगी । माँ मैं आपका बलिदान कभी न भूलूंगी। मेरी माँ प्यारी माँ Written by #लेखिका_पूजा_सिंह